जैसा कि भारत में जनसंख्या हर बीतते साल के साथ बहुत बढ़ रही है, बुनियादी स्वच्छता और सीवेज सुविधाएं लोगों के इस विशाल जनसंख्या का समर्थन करने के लिए अपर्याप्त होती जा रही है। इसलिए यह माना जाता है कि अनुचित स्वच्छता एवं सीवेज सुविधायों की वजह से ही ज्यादातर जल संसाधन प्रदूषित होते जा रहा है अथवा विभिन्न प्रकार की बीमारियॉं फ़ैल रही हैं पुरे देश में। अतः भारत को स्वच्छ एवं हरा-भरा बनने के पहल के तहत पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के साथ-साथ शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुवात की है। इस मिशन का मुख्य लक्ष्य है देश भर में स्वच्छता एवं प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन सिद्ध करना 2 अक्टूबर, 2019 तक।